milan nahi ho payega by dilbar मिलन नहीं हो पाएगा

milan nahi ho payega by dilbar
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.नमस्कार दोस्तों मैं Dilbar saab aapke saamne fir pesh huaa hu.. jaisa ki maine ap sabhi se pichhli post me kuchh shayri likhi thi or ye bhi kaha tha ki agli post me main aap sab k liye ek kavita launga jiska naam hai  “ मिलन नहीं हो पाएगा ” .. to dosto chaliye main aapka jyada time na lete huye shuru karta hu mere  pichhle post ke liye yaha click kare...dilbar ki shayri
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.    dosto  sabse pehle to aap sabse ek guzarish karna chahunga ki aap jo bhi cheeZ kare pure dil se kare chahe wo koi bhi kaam hi likhna ho ya padhna ho qki dil se kiya huaa kaam jrur saflata deta hai.. to chaliye ab shuru kartte hai ....... milan nahi ho payega 
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.. ..................     ( मिलन नहीं हो पाएगा )
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 ओ राज महल की राज परी, चन्दन जैसी हो तुम निखरी,
 मेैं हूँ एक जोगी बन्जारा, भटकूँ  निस दिन नगरी नगरी,
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तुम श्वेत रंग सी सुन्दर हो, तेरी फूलों सी कोमल काया,
 मेरा कोयले जैसा श्याम रंग, टूटे पत्ते सा मुरझाया,
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जो देखा तुमने ख्वाब है वो, अधूरा ही रह जाएगा,
 इस जन्म में तो हम दोनो का, कभी मिलन नहीं हो पाएगा |
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. महलों  पे चलता राज तेरा, छोटी सी कुटिया मेरा घर,
आँधीं तूफान नित झेलूँ मैं, तुझे तनिक धूप से लागे डर,
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. बिन कोमल मखमल बिस्तर के, तुझको नींद नहीं आती,
. तेरे घर निस दिन पकवान बने, बदल बदल कर दिन राती,
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.मैं बिछा के चादर छोटी सी, भूमि पर सो जाता हूँ,
.कभी रूखी सूखी खाता हूँ, कभी भूखा ही रह जाता हूँ.
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.है तुझमे मुझमे फर्क बहुत, जज्बातों में हालातों में,
. ना लगा प्रेम का रोग ये तुझको, रोग बहुत तड़पाएगा,
. जो देखा तुमने ख्वाब है वो, अधूरा ही रह जाएगा,
. इस जन्म में तो हम दोनो का, कभी मिलन नहीं हो पाएगा.
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. तेरी छोटी सी मुस्कान देख, बगिया में फूल भी खिल जाए,
.जब तू लहरा दे केशों को, बादल पानी बरसा जाए,
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. तेरे स्पर्श से रूखे वृक्षों में, भी हरियाली आ जाए,
. तेरे रूप की रौनक देख के वो, चन्दा भी शर्मा जाए,
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. मैं हूँ एक बेनूर -ए - पत्थर, ना काम किसी के आ पाऊँ,
. तू संगेमरमर की मूरत, दर दर की ठोकर मैं खाऊँ,
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.तुझे देने लायक पास मेरे, ऐसी कोई सैगात नहीं,
. तुझसे नाता कैसे जोड़ूँ , इतनी मेरी औकात नहीं,
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.तेरे सपनों की दुनिया को मैं, साकार नहीं कर पाऊँगा,
. चाँद सितारों से तेरी ये, माँग नहीं भर पाऊँगा,
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.वो होगा कोई राजकुवँर, जो रानी तुझे बनाएगा,
. जो देखा तुमने ख्वाब है वो, अधूरा ही रह जाएगा,
. इस जन्म में तो हम दोनो का, कभी मिलन नहीं हो पाएगा |
. इस जन्म में तो हम दोनो का, कभी मिलन नहीं हो पाएगा |
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......  thanxx dosto main koi  shayr nahi hu main to aapke jaisa hi hu bas kuchh aisi batein yaa aa jati hai jise main shabdo ka roop de deta hu. khair aapko meri ye kavita kaisi lagi plz plz jrur bataye or agr aap share karna chahe to bhi kar sakte hain..dosto aap ki agr koi demand ho shayri ya kavita ki to vo bhi mujhe bataye main aapki us ichha ko bhi pura karne ki koshish karunga ... thanxx aap mujhe fb pe bhi add kar sakte hain.
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.................  aapkadilbar.blogspot.com

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